10 May 2021
बामियान के बुद्ध
बामियान के बुद्ध चौथी और पांचवीं शताब्दी में बनी बुद्ध की दो खडी मूर्तियां थी जो अफ़ग़ानिस्तान के बामयान में स्थित थी।
10 May 2021
कालका शिमला रेलवे
यूनेस्को की टीम ने कालका-शिमला रेलमार्ग का दौरा करके हालात का जायजा लिया। टीम ने कहा था कि दार्जिलिंग रेल सेक्शन के बाद यह एक ऐसा सेक्शन है जो अपने आप में अनोखा है।
09 May 2021
रानी की वाव
रानी की वाव भारत के गुजरात राज्य के पाटण में स्थित प्रसिद्ध बावड़ी (सीढ़ीदार कुआँ) है। इस चित्र को जुलाई 2018 में RBI (भारतीय रिज़र्व बैंक) द्वारा ₹100 के नोट पर चित्रित किया गया है तथा 22 जून 2014 को इसे यूनेस्को के विश्व विरासत स्थल में सम्मिलित किया गया।
08 May 2021
दार्जिलिंग हिमालयी रेल
दार्जिलिंग हिमालयी रेल ( जिसे "टॉय ट्रेन" के नाम से भी जाना जाता है भारत के राज्य पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी और दार्जिलिंग के बीच चलने वाली एक छोटी लाइन की रेलवे प्रणाली है।
08 May 2021
पशुपतिनाथ मंदिर
पशुपतिनाथ मंदिर (नेपाली: पशुपतिनाथ मन्दिर) नेपाल की राजधानी काठमांडू से तीन किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में बागमती नदी के किनारे देवपाटन गांव में स्थित एक हिंदू मंदिर है। नेपाल के एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बनने से पहले यह मंदिर राष्ट्रीय देवता, भगवान पशुपतिनाथ का मुख्य निवास माना जाता था।
06 May 2021
स्टैचू ऑफ लिबर्टी
स्टैचू ऑफ लिबर्टी न्यूयॉर्क हार्बर में स्थित एक विशाल मूर्ति है। तांबे की यह मूर्ति 151 फुट लंबी है, लेकिन चौकी और आधारशिला मिला कर यह 305 फुट ऊंची है। 22 मंज़िला इस मूर्ति के ताज तक पहुंचने के लिये 354 घुमावदार सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं।
05 May 2021
मिस्र के पिरामिड
मिस्र के पिरामिड वहां के तत्कालीन फैरो (सम्राट) गणों के लिए बनाए गए स्मारक स्थल हैं, जिनमें राजाओं के शवों को दफनाकर सुरक्षित रखा गया है। इन शवों को ममी कहा जाता है। उनके शवों के साथ खाद्यान, पेय पदार्थ, वस्त्र, गहनें, बर्तन, वाद्य यंत्र, हथियार, जानवर एवं कभी-कभी तो सेवक सेविकाओं को भी दफना दिया जाता था।
04 May 2021
मीनार-ए-जाम
मीनार-ए-जाम या जाम की मीनार पश्चिमी अफ़ग़ानिस्तान के ग़ोर प्रांत के शहरक ज़िले में हरी नदी (हरीरूद) के किनारे खड़ी एक प्रसिद्ध ईंटों की बनी मीनार है।
25 Mar 2021
टैलेंटवा बिहार का- बिहार के सरकारी विद्यालय के दो भाइयों ने गाया ऐसा गीत जिसको सुनने के बाद आप कहेंगे वाह छोटे उस्ताद वाह
बिहार के सरकारी विद्यालय के दो भाइयों ने गाया ऐसा गीत जिसको सुनने के बाद आप कहेंगे वाह छोटे उस्ताद, वाह.......
आपने पहले कभी नहीं सुना होगा इतनी मीठी और प्यारी आवाज जिसने गाया है
20 Mar 2021
प्रवेशोत्सव- विशेष नामांकन अभियान 8 मार्च से 20 मार्च 2021
करोना महामारी के कारण हमारे विद्यालय लंबी अवधि तक बंद रहे। इसके कारण बच्चों की पढ़ाई बाधित हुई है और शिक्षा विभाग द्वारा इसे दूर करने के लिए एक निर्णय लिया गया है जिसमें शैक्षिक सत्र 2020-21 की सभी कक्षाओं मैं 'कैचप कोर्स' चलाया जाएगा उसके उपरांत ही नई कक्षा की पढ़ाई आरंभ की जा सकेगी।
'कैचप कोर्स' आरंभ करने के लिए यह आवश्यक है कि पूर्व में नामांकित छात्रों के साथ-साथ सभी और नामांकित और छीजित बच्चों को भी विद्यालय में लाया जा सके इसके लिए शिक्षा विभाग बिहार सरकार द्वारा शैक्षिक सत्र के आरंभ के पूर्व अभियान चलाकर विद्यालयों में बच्चों के नामांकन को कराने के लिए उत्सव के रूप में विद्यालयों में 'प्रवेशोत्सव' आयोजित कराने का निर्देश दिया गया है।