वर्ष 1960 में स्थापित आदर्श प्राथमिक विद्यालय, केवला शिक्षा, स्वच्छता और अनुशासन का अनुपम केंद्र है। यह विद्यालय न केवल पढ़ाई के क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि अपने स्वच्छ वातावरण और उत्कृष्ट व्यवस्था के कारण भी पूरे क्षेत्र में उदाहरण बन चुका है।विद्यालय में प्रवेश करते ही हरे-भरे लहलहाते पौधे, बच्चों की चहकती आवाज़ें और स्वच्छ परिसर मन को आनंदित कर देते हैं।
विद्यालय को मिल चुके हैं कई उपलब्धियाँ और सम्मान
विद्यालय में प्रधान शिक्षक सहित सात समर्पित शिक्षक कार्यरत हैं, जो बच्चों के बौद्धिक, नैतिक और सामाजिक विकास के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।प्रधान शिक्षक मोहम्मद रूहुल्लाह के नेतृत्व में यह शिक्षक दल शिक्षा के साथ-साथ समाज में जागरूकता लाने का भी कार्य कर रहा है।शिक्षक दल ने स्वच्छता, पोषण, बाल संरक्षण, पर्यावरण और बालिका शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अनेक जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए हैं। विद्यालय का वातावरण पूर्णतः शिक्षण, अनुशासन और सृजनशीलता से परिपूर्ण है। बच्चों के सर्वांगीण विकास हेतु उत्कृष्ट सुविधाएँ उपलब्ध हैं। आदर्श प्राथमिक विद्यालय, केवला ने शिक्षा और नवाचार दोनों क्षेत्र में उल्लेखनीय कीर्तिमान स्थापित किए हैं।विद्यालय को स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार एवं नवाचारी विद्यालय सम्मान से सम्मानित किया गया है।विद्यालय के शिक्षक नरेश कुमार निराला को शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए पूर्व अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ ने "बेस्ट टीचर ऑफ द मंथ अवार्ड” से सम्मानित किए। वहीं जिला पदाधिकारी सुपौल ने श्री निराला को दो बार शिक्षक दिवस के मौके पर "नवाचारी शिक्षक सम्मान” से सम्मानित किए हैं। श्री निराला साहित्य के क्षेत्र में भी काफी रूचि रखते हैं।उन्होंने अभी तक दो दर्जनों से अधिक कविताएं लिखीं हैं। जिसके कारण विभिन्न संस्थाओं के द्वारा उन्हें “भीम रत्न साहित्य सम्मान” जैसे दर्जनों प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
उपलब्धियां
- सुसज्जित पुस्तकालय जिसमें ज्ञानवर्धक और मनोरंजक पुस्तकें रखी गई हैं।
- 7 शौचालय, 2 स्नानागार, 15 मूत्रालय स्वच्छता और स्वास्थ्य की दृष्टि से आदर्श व्यवस्था।
- 36 नलों से युक्त पेयजल सुविधा, जिससे सभी बच्चों को स्वच्छ जल सुलभ है।
- तीन रसोईया विद्यालय के स्वच्छ रसोईघर में पौष्टिक मध्यान्ह भोजन तैयार करती हैं।
- एक कर्मठ सफाईकर्मी परिसर को सदैव स्वच्छ और सुन्दर बनाए रखते हैं।
- आकर्षक चहारदीवार एवं रोशनी की उत्तम व्यवस्था से विद्यालय सुरक्षित और सुसज्जित बना है।
आदर्श प्राथमिक विद्यालय, केवला आज शिक्षा, स्वच्छता और नवाचार का ऐसा प्रतीक बन चुका है, जिस पर पूरा क्षेत्र गर्व करता है। सुदूर ग्रामीण क्षेत्र रहने के वाबजूद पिछले तीन वर्षों में छह बच्चे नवोदय प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त किए हैं। विद्यालय के विद्यार्थियों ने चित्रकला, कविता, निबंध लेखन, खेलकूद तथा सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में जिला और प्रखंड स्तर पर सफलता हासिल की है।विद्यालय में संचालित हरियाली अभियान, स्वच्छता सप्ताह, और बालिका शिक्षा अभियान को समाज में व्यापक सराहना मिली है।
विद्यालय की पहचान - शिक्षा से संस्कार तक
यह विद्यालय केवल शिक्षा देने का स्थान नहीं, बल्कि बच्चों में संस्कार, शिष्टाचार और सामाजिक चेतना का भी केंद्र है। यहाँ बच्चों को सच्चे अर्थों में सभ्य नागरिक बनने की प्रेरणा दी जाती है।विद्यालय की हर उपलब्धि के पीछे सातों शिक्षकों की मेहनत, लगन और सामूहिक भावना की झलक मिलती है।
