प्राथमिक विद्यालयों में भी स्मार्ट क्लास
अकेले ही चला था जानिबे मंजिल मगर, लोग मिलते गए, कारवां बनता गया।
जी हां सरकारी प्राथमिक/मध्य विद्यालयों में BALA (Building As Learning Add) पेंटिंग के लक्ष्य प्राप्ति के बाद एक बार फिर से बिहार का प्रखंड बगहा -२ प्रारंभिक विद्यालयों को भी स्मार्ट बनाने की मुहिम में पूरी शिद्दत से जुट गया है। कहते हैं कि "किसी चीज को सिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे पूरा करने में जुट जाती है।"
मेरे अनुज BRP पिंटू का सपना और मेरा विजन आज साकार रूप ले रहा है कि सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में भी हर आधुनिक सुविधाएं एवं साधन उपलब्ध हो। सीखने सिखाने की प्रक्रिया में सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में भी तकनीक का बेहतर उपयोग किया जा सके।
समर्थन:- जब हमने इस प्रस्ताव को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बगहा -२ श्री फणीश चंद्र पाठक और बगहा -२ अतिरिक्त श्री विजय कुमार यादव के सामने रखा तो वे इसे हाथो हाथ लेते हुए इस आईडिया की काफ़ी सराहना किए तथा इसे लागू करने का तत्काल निर्णय ले लिए। प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वय के द्वारा हमारे हर सकारात्मक सोच को तुरंत समर्थन और फिर कार्य को पूर्ण करने के संकल्प के कारण हीं बगहा -२ शिक्षा के क्षेत्र में एक के बाद एक कीर्तिमान स्थापित करने की ओर तेजी से अग्रसर है।
योजना एवं बजट:- फिर इस पर विचार विमर्श करते हुए तय किया गया कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए किसी अतिरिक्त बजट की आवश्यकता नहीं है। प्रारंभिक विद्यालयों को प्रति वर्ष समग्र अनुदान मद में छात्र संख्या के आधार पर 25,000/- 50,000/- और 75,000/-₹ प्राप्त होता है। हम इसी राशि से इसे पूरा करेंगे।
वित्तीय वर्ष 2019-20 की राशि से हमने विद्यालयों को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए BALA पेंटिंग का कार्य पूरा कराया है।
वित्तीय वर्ष 2020-21में जिन विद्यालयों को ₹25000/- प्राप्त हुआ है वे (स्मार्ट एंड्रॉयड 32 इंच के लिए) ₹15000/-
जिन्हे ₹50000/- प्राप्त हुआ है वे (स्मार्ट एंड्रॉयड 43 इंच के लिए) ₹25000/-
तथा जिन्हें 75000/- प्राप्त हुआ है वे भी(स्मार्ट एंड्रॉयड 43 इंच के लिए)₹25000/- तक एंड्रॉयड स्मार्ट TV पर व्यय करेंगे। शेष राशि नियम के आलोक में स्वक्षता एवं अन्य विद्यालय विकास मद में खर्च करेंगे। प्रखंड स्तरीय इस योजना से जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्राथमिक एवं समग्र शिक्षा तथा जिला शिक्षा पधाधिकारी प.चंपारण को अवगत कराया गया तथा सहमति प्राप्त की गई। एक अवसर पर जिला पदाधिकारी महोदय को भी इससे अवगत कराया गया और उनकी सराहना प्राप्त हुई।
शुरुआत:- इसके बाद दिनांक 06.03.21 को प्रा.वि. शेरवा, बगहा -२ में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बगहा -२ के द्वारा रिमोट दबा कर स्मार्ट क्लास के उद्घाटन के साथ हीं इस मुहिम का आगाज हो गया। प्रखंड बगहा-२,प.चंपारण का रा. प्रा. वि. शेरवा स्मार्ट क्लास से युक्त बिहार का प्रथम सरकारी प्राथमिक विद्यालय बन गया।
इसके बाद प्रतिदिन बगहा-२ के 234 विद्यालयों में 1/234, 2/234, 3/234, 4/234, 5/234 के क्रम में प्राथमिक/मध्य विद्यालयो के स्मार्ट क्लास की गिनती प्रारंभ हो गई। लेकिन पश्चिमी चंपारण का बगहा -२ यहीं नहीं रुका, उसने 22 मार्च बिहार दिवस को एक बार फिर से गौरवान्वित करने और ऐतिहासिक बनाने का मन बना लिया। और फिर एक साथ बिहार के किसी एक प्रखंड में बिना किसी अतिरिक्त सहायता 50 से अधिक सरकारी प्राथमिक/मध्य विद्यालयों के डिजिटल होने की ऐतिहासिक घटना घटी जिसके साक्षी और सारथी बने स्वयं बिहार के अपर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग,बिहार सरकार, श्री संजय कुमार (IAS) और राज्य परियोजना निदेशक, BEP श्री संजय कुमार सिंह। बहुत हीं जल्द बगहा-२ के सभी 234 विद्यालयों को स्मार्ट क्लास युक्त कर लिया जाएगा।
समस्याएं और निदान:- इसके बाद कुछ प्रधान शिक्षक/ प्रधानाध्यापक के द्वारा समग्र अनुदान मद से इसके समायोजन से संबंधी कुछ आशंकाएं भी व्यक्त की गई। लेकिन दिनांक 10.03.21 को स्वयं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समग्र शिक्षा, प.चंपारण द्वारा रा.प्रा.वि. बोरवाल बिनटोली, बगहा -२ में दूसरे स्मार्ट क्लास के उद्घाटन के साथ हीं सारी आशंकाओं पर विराम लग गया। सर ने उद्घाटन के उपरांत अपने उद्बोधन में स्पष्ट भी कर दिया कि New Construction को छोड़ छात्र हित एवं विद्यालय विकास के निमित्त हीं यह राशि निर्गत होती है। अतः अन्य खर्च की तरह वि.शि.समिति से अनुमोदन प्राप्त कर उक्त हेतु इससे व्यय किया जा सकता है।
ऊपर से ट्विटर पर प्रधान सचिव शिक्षा विभाग द्वारा इस पहल की प्रशंसा और उत्साहवर्धन ने अब सभी तरह की आशंकाओं पर पूर्णविराम लगा दिया है।
सकारात्मक सोच:- हमेशा से हीं बगहा -२ के शिक्षकों की सोच सर्वदा सकारात्मक रही है। मुझे पूरा विश्वास है कि बाला पेंटिंग की तरह शत-प्रतिशत प्रारंभिक विद्यालयों में स्मार्ट क्लास की शुरुआत कर बगहा -२ केवल बिहार हीं नहीं अपितु पूरे भारत का पहला प्रखंड बनेगा जिसके सभी सरकारी प्रारंभिक विद्यालय स्मार्ट क्लास से युक्त होंगे। और प्रधानमंत्री जी एक दिन जरूर "मन की बात" कार्यक्रम में बगहा -२ की इस उपलब्धि का भी जिक्र करेंगे।
रणनीति:- प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बगहा-२ की अध्यक्षता में सभी संकुल समन्वयकों की एक सभा आयोजित कर हम दोनों प्रखंड साधन सेवियों ने यह प्रस्ताव रखा था कि प्रतिवर्ष समग्र अनुदान मद में प्राप्त राशि के एक खास हिस्से से क्यों नहीं सभी सरकारी विद्यालयों में कुछ नया काम किया जाए। सभी लोगों ने इस आईडिया का समर्थन किया था।
लक्ष्य निर्धारण:- उसके बाद से प्रतिवर्ष समग्र अनुदान मद से एक नया काम करने का लक्ष्य निर्धारित होने लगा। इसी के तहत सभी विद्यालयोंं में साउंड सिस्टम, रनिंग वाटर, हैंड वाश स्टेशन फिर बाला पेंटिंग के लक्ष्य को प्राप्त किया गया, और अब स्मार्ट क्लास का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
प्रेरणा:- "Teachar of Bihar, The Change Maker" का शिक्षा एवं छात्र हित में नित नए नवाचार और लगातार कुछ न कुछ सकारात्मक करते रहने की प्रकृति ने हमें एक छोटे क्षेत्र जिसपर हम प्रभाव डाल सकते हैं, वहां के लिए कुछ अलग करने हेतु प्रेरित किया।
आभार:- आभार सबसे पहले बगहा -२ के सभी शिक्षक, प्रधान शिक्षक, प्रधानाध्यापक, संकुल समन्वयक को ग्राउंड लेवल पर इसे उतार रहे हैं। तत्पश्चात प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वय, टीम BRC बगहा-2, "टीचर्स ऑफ़ बिहार", मीडिया के मित्र, शिक्षा विभाग के जिला स्तरीय सभी पदाधिकारी गण, एवं जिला पदाधिकारी महोदय को जिनके समर्थ और सहयोग से यह सब कुछ हो पा रहा है।
साभार..
शैलेन्द्र, BRP बगहा-२