प्रज्ञानिका (Jan-March 2025)
प्रज्ञानिका क्या?
शिक्षा सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि एक धर्म है, एक अभियान है, एक समर्पण है। हम सब इस यात्रा के सहभागी हैं, जहां ज्ञान की रोशनी से अंधकार को दूर करना हमारा उद्देश्य है। हमें गर्व होना चाहिए कि हम इस पुनीत कार्य में अपना योगदान दे रहे हैं। इसी भावना को और मजबूत करने के लिए टीचर्स ऑफ बिहार लेकर आए हैं – "प्रज्ञानिका", बिहार के शिक्षकों की अपनी शैक्षणिक पत्रिका।
यह सिर्फ कागज़ पर छपी कुछ पंक्तियाँ नहीं, बल्कि हमारे सपनों, संघर्षों और उपलब्धियों की कहानी है। यह पत्रिका शिक्षकों द्वारा, शिक्षकों के लिए बनाई गई है—जहां हर शब्द में हमारी मेहनत, हर पन्ने में हमारे विचार, और हर अंक में हमारी प्रेरणा झलकती है।
"प्रज्ञानिका" सिर्फ एक पत्रिका नहीं, बल्कि एक आंदोलन है। हमारा लक्ष्य है कि इस मंच के माध्यम से हम उन शिक्षकों के प्रयासों को सामने लाएँ, जिन्होंने शिक्षा में नवाचार किया है। हम चाहते हैं कि आपके द्वारा किए गए बेहतरीन कार्यों को पूरे बिहार के शिक्षक देखें, उनसे प्रेरणा लें और उन्हें अपनाएँ।
"प्रज्ञानिका" आपकी अपनी पत्रिका है। यह सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं, बल्कि जुड़ने के लिए, बदलाव लाने के लिए और शिक्षा को एक नए स्तर पर ले जाने के लिए है।
हम आपको आमंत्रित करते हैं –
✅ अपने विचारों को साझा करें।
✅ अपने नवाचारों को भेजें।
✅ अपने अनुभवों को शब्दों में ढालें।
✅ इस पत्रिका को हर शिक्षक तक पहुँचाएँ।
हमसे जुड़ें और शिक्षा के इस सकारात्मक परिवर्तन का हिस्सा बनें!
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