माहवारी स्वच्छता जागरूकता कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचना चाहिए विद्यालय में इस विषय पर चर्चा होना चाहिए लड़का और लड़की दोनों को इसकी जानकारी दी जानी चाहिए। "चुप्पी तोड़ो खुलकर बोलो।"महावारी पर चुप्पी तोड़ने का समय आ गया है। सभी घरों में इस विषय पर चर्चा होनी चाहिए। जब तक इस विषय पर चर्चा नहीं होगा लड़कियों के मन से शर्म डर जैसी भावनाएं नहीं निकलेगी। लड़कियां को घर में बताने में शर्म आती है। क्योंकि घर में पहले से कोई इस विषय पर चर्चा नहीं करता है। कभी - कभी शर्माने का नतीजा बहुत ही भयावाह हो जाता है।