Radhe Shyam (राधे श्याम )
ID: f9e17b51cb33

अनुगूँज-हिंदी की

  • Gender: 👨 Male
  • Class / Role: 🎓 Class 10
  • School: 🏫 U.M.S. Telghi Balak (उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय तेलघी बालक )
  • District & Block: 📍 BHAGALPUR, --Select Block--
  • Applied Category: 📝 पत्र लेखन
Rejected
हिन्दी - हमारी अस्मिता की पहचान

हिन्दी हमारी अस्मिता की पहचान


प्रिय मित्र,


आज मैं आपको हिन्दी की महत्ता के बारे में बताना चाहता हूँ। हिन्दी हमारी मातृभाषा है, हमारी अस्मिता की पहचान है, और हमारे देश की संस्कृति का प्रतीक है।


हिन्दी की उत्पत्ति संस्कृत से हुई है, जो दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक है। हिन्दी की व्याकरण और शब्दावली संस्कृत से प्रभावित है। हिन्दी की लिपि देवनागरी है, जो दुनिया की सबसे सुंदर लिपियों में से एक है।


हिन्दी की महत्ता को समझने के लिए, हमें इसके इतिहास को जानना होगा। हिन्दी का इतिहास मध्यकालीन भारत से शुरू होता है, जब यह भाषा साहित्य और संगीत की भाषा के रूप में विकसित हुई। हिन्दी के महान कवियों और लेखकों ने इस भाषा को समृद्ध बनाया है।


आज हिन्दी दुनिया की सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है। हिन्दी की वैश्विक पहुंच को देखते हुए, यह भाषा व्यापार, शिक्षा, और संस्कृति के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।


हिन्दी की सुंदरता और महत्ता को समझने के लिए, हमें इसकी साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को जानना होगा। हिन्दी के महान कवियों और लेखकों ने इस भाषा को समृद्ध बनाया है। हिन्दी की साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को समझने से हमें इसकी महत्ता को समझने में मदद मिलेगी।


अंत में, मैं कहना चाहता हूँ कि हिन्दी हमारी अस्मिता की पहचान है, हमारी संस्कृति का प्रतीक है, और हमारे देश की एकता का सूत्र है। हमें हिन्दी की महत्ता को समझना चाहिए और इसकी साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोना चाहिए।


तुम्हारा मित्र,

[राधे श्याम]

Remarks
ये रचना काव्यात्मक नहीं है। साथ ही मां का पत्र पुत्री के नाम ....के अनुरूप भी नहीं है।
90 Views 7 Likes